ऐ मेरे मनमीत बादल इन होंठों के गीत बादल, तू बरस पर वे न बरसे अपने बेटों को न तरसे। ऐ मेरे मनमीत बादल इन होंठों के गीत बादल, तू बरस पर वे न बरसे अपने बेटों को न ...
देने मुझे वो हर ख़ुशी इस जहां की, बहुत से दुखो को हर रोज़ सहते है...! देने मुझे वो हर ख़ुशी इस जहां की, बहुत से दुखो को हर रोज़ सहते है...!
This poem expresses father's feelings , expectations towards his son. His unexpressed feelings are u... This poem expresses father's feelings , expectations towards his son. His unexpr...
अग्नि को और भी प्रज्वलित किया है। बेटा पूछता है, तूने मेरे लिए किया क्या है? ! अग्नि को और भी प्रज्वलित किया है। बेटा पूछता है, तूने मेरे लिए किया क्या...
बचपन की यादों के झरोखे से तराशे हुए कुछ लम्हे... बचपन की यादों के झरोखे से तराशे हुए कुछ लम्हे...
कभी चलता था पूरे घर का खर्चा जिस अकेले की तनख़्वाह से .................... कभी चलता था पूरे घर का खर्चा जिस अकेले की तनख़्वाह से ....................